बुधवार, 20 अप्रैल 2011

जरूरत है कि महात्मा फुले को जिया जावे... फुले जयन्ती पर शोभा-यात्रा, सभा व सम्मान


सुजानगढ (कलम कला न्यूज)। प्रख्यात साहित्यकार बैजनाथ पंवार ने महात्मा ज्योतिबा फुले को महान समाज-सुधारक बताते हुए कहा कि आज उनके आदर्शों को अपनाने और उनकी तरह कुरीतियों को मिटाने का बीड़ा उठाने की जरूरत है। उन्होंने यहां सुजानगढ में महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान के तत्वावधान में आयोजित फुले जयंती व प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि की हैसियत से बोलते हुए आगे कहा कि शिक्षा समाज विकास की धुरी होती है, बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाना और उन्हें प्रोत्साहन प्रदान करना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने सुजानगढ में बहुआयामी गतिविधियां व रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों के संचालन पर खुशी जताई।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सैनी घोष ब्लॉग साईट के सम्पादक जगदीश यायावर ने महात्मा फुले के जीवन की विशिष्टियों के बारे में बताते हुए उनके सिद्धांतों को अंगीकार करने पर बल दिया तथा कहा कि देश के समस्त माली समाज को एक सूत्र में बांध कर उसे कुप्रथा-मुक्त, सत्यशोधक और विकसित समाज के रूप में आगेे लाए जाने की तैयारी करनी होगी। इसके लिए हमें अपनी प्रतिभाओं को और निखारने की जरूरत है। सैनी सेतु टाईम्स के सम्पादक वीरेन्द्र भाटी मंगल ने फुले के जीवन पर प्रकाश डाला तथा उससे प्रेरणा लेने पर बल दिया। उन्होंने सुजानगढ के सैनी समाज की प्रशंसा करते हुए प्रतिभा सम्मान और अन्य गतिविधियों की सराहना की। संस्था के संरक्षक रामपाल यादव ने संस्था के प्रारम्भ व विकास के बारे में जानकारी दी। कन्हैयालाल देवड़ा, सूरजमल यादव एडवोकेट व तनसुख सैनी ने संस्था के बारे में बताते हुए महात्मा फुले को आदर्श बताया। डा. कन्हैयालाल मारोठिया ने प्रारम्भ में संस्था के बारे में विस्तार से अधिकृत जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सोहनलाल यादव ने की। युवा अध्यक्ष हरिकिशन कटारिया थे तथा विशिष्ट अतिथि रामगोपाल ठेकेदार, जगदीश यायावर, वीरेन्द्र भाटी व नथमल टाक थे। समारोह से पूर्व एक शानदार शोभायात्रा का आयोजन किया गया। संयोजन जितेन्द्र तंवर ने किया।

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