बुधवार, 13 अप्रैल 2011

हरियाणा से पहली महिला पायलट बनने का गौरव पाया साकार हुआ सपना सैनी का सपना

कैथल में अपनी मां के साथ सपना सैनी।
राजौंद (कैथल)। कैथल के गांव सजूमा के मास्टर प्रताप सिंह के घर 4 अगस्त 1986 को जन्मी सपना ने एयरफोर्स में पायलट के पद पर पहुंचकर हरियाणा प्रदेश को गौरवान्वित किया है। सपना हरियाणा की एकमात्र युवती है जिसने पूरे देश में पीएबीटी परीक्षा के बाद एसएसबी की परीक्षा को पास कर अपने लक्ष्य को पाया है।
एक विशेष भेंट में पायलट सपना सैनी ने बताया कि उनके पिता रणधीर सिंह सैनी एयरफोर्स में एमडब्लूओ के पद पर तैनात हैं। इसलिए उसे बचपन से ही विमानों के प्रति काफी दिलचस्पी थी। सपना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में ही ली। इसके पश्चात उसने प्राइमरी की शिक्षा लुधियाना में व दसवीं तक की शिक्षा बड़ौदरा गुजरात से प्राप्त की। इसके पश्चात जमा दो परीक्षा अंबाला छावनी के केवी- दो से की। इसके बीएससी तक की शिक्षा एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से पाने के पश्चात अपने निर्धारित लक्ष्य पायलट की प्रथम परीक्षा पीएबीटी की परीक्षा दी जिसमें वह हरियाणा पहली लड़की थी, जिसने इसे पास किया। इसके पश्चात पांच दिन की कड़ी मेहनत के बाद उसने एसएसबी की परीक्षा भी पास की। इस परीक्षा के पश्चात उसे पायलेट की ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया। आज सपना सैनी एक सफल पायलट के रूप में एयफोर्स में अपना चौथा विमान उड़ाने की तैयारी में है।
सपना ने बताया कि उसका यह सपना साकार करने में उसे पिता रणधीर सिंह का मुख्य योगदान है जिन्होंने उनके अंतर आत्म विश्वास पैदा करके उड़ान भरने की प्रेरणा दी। उनके परिवार में दो बहने व एक भाई है कल्पना, अर्चना व अरूण सैनी शामिल हैं। उनकी माता उर्मिला सैनी अपनी बेटी की इस उपलब्धि को देख फूली नहीं समा रही है। उनके मामा विक्रम सैनी का कहना है कि सपना सैनी होनहार बालिका के साथ-साथ भावी युवतियों के लिए प्रेरणा की मिसाल है।

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