रविवार, 22 नवंबर 2015

माली समाज को 10 प्रतिशत आरक्षण की जरूरत-सैनी
झुंझुनं। जिला मुख्यालय स्थित सैनी मंदिर में महात्मा ज्योतिबा फुले विचार मंच की रामनिवास सैनी की अध्यक्षता में बैठक हुई। सैनी ने अपने सम्बोधन में कहा कि राजस्थान के माली समाज को गुर्जरों की तरहा आगे बढऩे के लिए 10 प्रतिशत अति-विशिष्ट आरणक्ष की जरूरत है। इसके बिना राजस्थान में माली जाति को आगे बढऩे का चांस नहीं मिल सकता। ओबीसी वर्ग में शामिल सभी जातियों का हक एक शिक्षित जाति ही अपने पक्ष में कर ले जाती है। जिससे यह साबित होता है कि अन्य जातियों का ओबीसी आरक्षण से कोई लेना देना नहीं। सैनी जाति भी इस व्यवस्था से काफी पीडि़त है। सैनी ने कहा कि गुर्जरों को जो हक मिला हैं, उससे हम असंतुष्ठ नहीं है। लेकिन सैनी जाति को भी उनकी संख्या के अनुपात में 10 प्रतिशत आरक्षण सरकार को देना चाहिए। मंच अध्यक्ष डॉ. महेश सैनी ने कहा कि इस मांग के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन तो दिया जा चुका है। अब सैनी समाज को अति-विशिष्ठ आरक्षण की मांग पर जिलेभर से पोस्टकार्ड अभियान चलाया जाएगा। जिसके लिए जिले के सभी ब्लोगों की कार्यकारिणी का जल्द ही गठन किया जाएगा। समाज मै फैली कुरूतीयों व दहेज आदि प्रथाओं को दुर करने के लिए बोद्धिक प्रकोष्ठ, वैवाहिक प्रकोष्ठ, महिला प्रकोष्ठ व युवा प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा। कार्यक्रम में बुधराम सैनी, पार्षद प्रदीप सैनी, दोलतराम सैनी उदयपुरवाटी, शेरसिंह सैनी सूरजगढ़, जेपी सैनी, लुणाराम, लक्ष्मणसिंह, ताराचंद राजोरिया, रामलाल, रतनलाल हलवाई, सुखराम सैनी नांगल, फुलचंद सैनी, विनोद, राकेश, संजय, राजकुमार, गजांनद, महेंद्र, मुकेश आदि दर्जनों समाज-बंधु उपस्थित थे।

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