मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017

कुशवाहा वंशियो का असली इतिहास


HISTORY OF KUSHVAHA CLAN VANSH


कुशवाहा वंशियो का असली इतिहास जानने के बाद  अब समझ में आया की कुशवाहा / मौर्या वंशी 
इतने धार्मिक  और ईमानदार व् सात्विक क्यों होते है, सभी हिन्दुओ में सिर्फ इन्ही की वशावली का जुड़ाव 
श्री राम चंद्र जी के वंशजो तक जाताहै, भारत में अखंड राज करने वाली इन जातियों में आज भी 
सात्विकता का स्तर हर किसी जाति से ज्यादा है और ये लोग सनातन  धर्म के सबसे बड़े वाहक रहे हैं, 
बाद में इनकी अगुआई में बुध्ह धर्म ने बहुत विकास  किया, 
कुशवाहा वंशी कुषाणों का राज्य तो युरप के अरल सागर तक फैला था 
जहा आज किर्गिस्ता और उज्बेकिस्तान है,  जहा बाद में मुस्लिमो के एक तरफ़ा धार्मिक उन्माद
 और नर संहार ने हिंदुकुश के पुरे इलाके से हिन्दुओ का सफाया कर दिया. 
ध्यान रहे, गांधारी का मायका कहा, था...सबको मालूम है , यह इलाका आज कट्टर मुस्लिमो का गढ है,
 जिस बाबर ने हिन्दुओ के कत्ले आम को खुदा का आदेश कहा था,
वह खुद ही ४ करोड लोगो को मार डालने वाले चंगेज खान और हिन्दुओ को थोक के भाव मरने वाले
 तैमूर लंग दोनों के खानदान संबंध रखता है, जिन्हें नेहरू ने इतिहास में महँ योद्धा बता दिया और
 लाखो हिन्दुओ का कत्ले आम करने वाले अकबर के सामने सम्राट अशोक की तर्ज पर
 "महान" शब्द जोड़ दिया. भारत के इतिहास को पुनः लिखने की नितांत आवश्यकता है.
.सात्विकता से जीवन बिताने वाले हिन्दुओ ने इस्लाम सिर्फ इसलिए स्वीकार किया की 
उनकी जान और बहन बेटियों की इज्जत बची रहे,,अधिसंख्य हिन्दुओ ने यातना से बचने के लिए 
अपना धर्म छोड़  दिया लेकिन दगाबाजी नही की...

कुशवाहा/ मौर्य/शाक्य आदि वंशियो के बारे ज्यादातर जानकारी विदेशी इतिहासकारों के पास है 
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कुशवाहा वंशियो का असली इतिहास जानने के बाद अब समझ में आया की
 कुशवाहा / मौर्या वंशी इतने धार्मिक और ईमानदार व् सात्विक क्यों होते है

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