कुशवाहा समाज : गलत इतिहास ?
By +91 87099 70447: बामसेफी और अशोका क्लब के द्वारा कुशवाहा समाज को जो गलत इतिहास बताया जाता हैं उससे सावधान रहें ये जहर घोलकर कुशवाहा समाज को हिन्दू विरोधी बनाना चाहता हैं इससे सावधान रहें !
21 साल के आयु में चंद्रगुप्त द्वारा स्थापित साम्रज्य के पतन के कारण ये आईएएस और हर PCS के एग्जाम में यही 10 पॉइंट को फोकस करके लिखना पड़ता हैं ,इस महान साम्रज्य के पतन के लिए अशोक की नीतियों आंशिक रूप से दोषी था वरन अशोक ने सेना को कभी शांति सेना के रूप में नही बदला बल्कि सेना को वह हमेशा तुस्ट ,दुरस्त रखता था हालांकि बाद के शासकों न सेना पे ध्यान नही दे के वह विलासता पूर्ण जीवन की और अग्रसर हो गया !जिसके कारण राज दरबार मे साजिश होने लगा !
(1) आर्थिक संकट
(२)राज्य कर्मचारियों का अत्याचार
(३)योग्य उत्तराधिकारियों का अभाव
(४)राजदरबार के षड्यंत्र
(५)साम्राज्य का विकेंद्रीकरण
(६)साम्राज्य की विशालता
(७)विदेशी आक्रमण
(८)ब्राह्मणों का विरोध
(९)सैनिक कमजोरी
(१०)सरकारी कर्मचारियों में राजभक्ति का अभाव
(२)राज्य कर्मचारियों का अत्याचार
(३)योग्य उत्तराधिकारियों का अभाव
(४)राजदरबार के षड्यंत्र
(५)साम्राज्य का विकेंद्रीकरण
(६)साम्राज्य की विशालता
(७)विदेशी आक्रमण
(८)ब्राह्मणों का विरोध
(९)सैनिक कमजोरी
(१०)सरकारी कर्मचारियों में राजभक्ति का अभाव
एक वाक्य में कहा जाये सब समस्याओं की जड़ बौध्द भिक्षु था।।बौद्धिक कायरता मौर्य साम्राज्य की बर्बादी का मुख्य कारक था।। अशोक का धम्म सम्राज्य के पतन के लिए दोषी नही था चूंकि अशोक का धम्म किसी धर्म रिलेटेड नही था वरन वह प्रजा में एक आमजनों के लिए एक संदेश देना का प्रयास किया था इसलिए अशोक का धम्म दोषी ना होकर बाद के राजा का अयोग्य होना था !
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