"महिमा संत श्री लिखमीदास जी री" भजन संग्रह का विमोचन
मुंबई ! नदीम श्रवण की जोड़ी के नाम से मशहूर फिल्म संगीतकार श्रवण राठौड़ एवं योगरस पत्रिका के संपादक ज्ञानेंद्र पाण्डेय के हाथो से भजन लेखक और पत्रकार दिनेश्वर माली रोहिडा की लिखी हुई माली सैनी समाज के संत श्री लिखमिदास जी की किताब " महिमा संत श्री लिखामिदास जी री " का विमोचनसंपन्न हुआ !मालीराज पब्लिकेशन मुंबई द्वारा प्रकाशित इस किताब को मारवाड़ी भाषा में लिखा गया है ! जिस में माली समाज के संत श्री लिखमिदास जी पर लिखी हुई कथा और भजनों का लेखन और संकलन किया गया है !
पुस्तक की प्रस्तावना मुंबई शहर के जाने पहचाने वकील और समाजसेवी एम डी माली ने लिखी है ! माली ने प्रस्तावना में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है की पानी और प्रतिभा कभी भी किसी का इन्तजार नहीं करती है वह अपना रास्ता स्वयं बना लेती है ! यह पुस्तक माली समाज के बंधुओ और धर्म प्रेमियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी ! इस पुस्तक सहित अन्य हिंदी एवं मारवाड़ी भाषा में ७ किताबो के लेखन हेतु लेखक दिनेश्वर माली को मानवाधिकार सेवा संस्थान राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भाटी द्वारा " किशान कवि " की उपाधि से सम्मानित भी किया जा चूका है !इस किताब के सफल प्रकाशन और लेखन पर दिनेश्वर माली को गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी , राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत , महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल, राजस्थान माली समाज शिक्षण प्रचार समिति मुंबई के अध्यक्ष के अपने शुभकामना सन्देश प्रदान करते हुए अतिव प्रसन्नता व्यक्त की है !
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपने शुभकामना सन्देश में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लिखा है कि मै संत श्री लिखामीदास जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए कवि दिनेश्वर माली को उनके भजन संग्रह के लेखन और प्रकाशन की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाए प्रदान करता हु !
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शुभकामना सन्देश में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है कि राजस्थान में मीरा के भजनों और पदों का भक्तिमय वातावरण रहा है, यह वातावरण मनुष्य को भक्ती संगीत और संस्कृति से जोड़े रखता है ! मारवाड़ की धरती पर " महीमा संत श्री लिखामीदास जी री " के भजनों को जन जन तक पहुचने का आप ने उत्तम प्रयास किया है !
ज्ञात रहे कि लिखमीदास जी यह किताब प्राप्त करने और पढ़ने के लिए आप खबरे गौरव मुंबई से मो न - 09969643347 पर सम्पर्क कर सकते है !
किताब -----"महिमा संत श्री लिखमीदास जी री"
लेखक ----- दिनेश्वर माली रोहिडा
प्रकाशक ---मालीराज पब्लिकेशन मुंबई
वितरक -- खबरे गौरव मुंबई
09969643347
पुस्तक की प्रस्तावना मुंबई शहर के जाने पहचाने वकील और समाजसेवी एम डी माली ने लिखी है ! माली ने प्रस्तावना में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है की पानी और प्रतिभा कभी भी किसी का इन्तजार नहीं करती है वह अपना रास्ता स्वयं बना लेती है ! यह पुस्तक माली समाज के बंधुओ और धर्म प्रेमियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी ! इस पुस्तक सहित अन्य हिंदी एवं मारवाड़ी भाषा में ७ किताबो के लेखन हेतु लेखक दिनेश्वर माली को मानवाधिकार सेवा संस्थान राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भाटी द्वारा " किशान कवि " की उपाधि से सम्मानित भी किया जा चूका है !इस किताब के सफल प्रकाशन और लेखन पर दिनेश्वर माली को गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी , राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत , महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल, राजस्थान माली समाज शिक्षण प्रचार समिति मुंबई के अध्यक्ष के अपने शुभकामना सन्देश प्रदान करते हुए अतिव प्रसन्नता व्यक्त की है !
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपने शुभकामना सन्देश में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लिखा है कि मै संत श्री लिखामीदास जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए कवि दिनेश्वर माली को उनके भजन संग्रह के लेखन और प्रकाशन की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाए प्रदान करता हु !
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शुभकामना सन्देश में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है कि राजस्थान में मीरा के भजनों और पदों का भक्तिमय वातावरण रहा है, यह वातावरण मनुष्य को भक्ती संगीत और संस्कृति से जोड़े रखता है ! मारवाड़ की धरती पर " महीमा संत श्री लिखामीदास जी री " के भजनों को जन जन तक पहुचने का आप ने उत्तम प्रयास किया है !
ज्ञात रहे कि लिखमीदास जी यह किताब प्राप्त करने और पढ़ने के लिए आप खबरे गौरव मुंबई से मो न - 09969643347 पर सम्पर्क कर सकते है !
किताब -----"महिमा संत श्री लिखमीदास जी री"
लेखक ----- दिनेश्वर माली रोहिडा
प्रकाशक ---मालीराज पब्लिकेशन मुंबई
वितरक -- खबरे गौरव मुंबई
09969643347
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