पुष्कर में ऐलान : राजस्थान में लायेंगे 20 विधायक सैनी-माली समाज की राजनीतिक हुंकार अपने नेता के लिये कभी नेगेटिव नहीं बोलें, उसकी प्रतिष्ठा करें
जिस पार्टी में भी रहें, उसमें मेहनत करके आगे बढें- मदनलाल सैनी पुष्कर (टाईम्स न्यूज)। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता श्री मदनलाल सैनी ने कहा है कि जहां आप किसी राजनीतिक पार्टी में हो, वहां पार्टी का बैज लगालें, लेकिन उसके बाद आप समाज के पहले हो। समाज में पार्टी का महत्व नहीं किया जा सकता। आप जिस पार्टी में भी रहो, उसमें पूरी मेहनत करके, काम करके आगे बढो और अपना अहम स्थान बनावें।
समाज में कोई पार्टी नहीं हो
यहां अखिल भारतीय माली सैनी सेवा सदन संस्थान भवन में सैनी पॉलिटिकल ग्रुप (व्हाट्सअप ग्रुप) के तत्वावधान में आयोजित समग्र सैनी माली समाज की प्रदेश स्तर की पहली कार्यशाला में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने राजनीति में सफलता के विभिन्न सूत्र समागत बंधुओं को प्रदान किये। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के दिग्गजों की विशेषताओं का अध्ययन करें, फिर उनके अनुसार आप भी आगे बढें। अपनी पार्टी मे ंपूरी मेहनत करके काम करके आगे बढें। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि समाज में पार्टी नहीं होनी चाहिये। वोट देने के लिये केवल आंखों ही आंखों में इशारा हो जाना चाहिये।
अन्य समाजों का साथ जरूरी
श्री सैनी ने कहा कि विधायक बनने के लिये केवल अपना समाज की काफी नहीं है, बल्कि हमें सभी समाजों का सहयोग लेकर आगे बढना होगा। उनके बिना भी विधायक नहीं बना जा सकता। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकृत पार्टी द्वारा समाज के व्यक्ति को टिकट देकर खड़ा किया गया हो, तो यह अवश्य ध्यान रखें कि उसके सामने समाज का अन्य कोई व्यक्ति खड़ा नहीं हो पाये। उन्होंने कड़े शब्दों मेंं कहा कि अगर ऐसा होता है तो उस व्यक्ति को सामाजिक स्तर पर दंड दिया जाने की व्यवस्था भी होनी चाहिये। उसका बहिष्कार हो अथवा उसका फिर कहीं भी सम्मान नहीं होने पाये।
निगेटिव चर्चा नहीं करें
सैनी ने कहा कि हमारे समाज के नेताओं की कभी भी कहीं भी नेगेटिव चर्चा नहीं करें। अवसर लगे तो कहीं उनके लिये पोजेटिव चर्चा भी अवश्य करें। अपने समाज के नेता के बारे में बुराई सुनें नहीं। राजनैतिक दृष्टि से यह साधारण सी बात महत्व रखती है।
अपने नेता की प्रतिष्ठा करें
उन्होंने कहा कि अपने नेता की प्रतिष्ठा करने का खयाल भी रखें। इसके लिये यह उदाहरण काफी होगा कि जैसे कहीं शादी वगैरह समोराह में, भोजन के कार्यक्रम में जाना हो तो यह देखें कि आपके समाज का नेता कहीं अकेला तो नहीं खड़ा है। आप थाली लेकर उसके पास जाकर खड़े हो जावें। केवल आस पास काफी संख्या में खड़े हो जाने से ही नेता की प्रतिष्ठा होती है। दूसरे सभी लोग पूछेंगे कि यह कौन है, इसके पास बहुत सारे लोग खड़े हैं, तो पता चलेगा कि यह माली समाज का नेता है।
सैनी ने जोर देकर कहा कि आप समाज के नेता की सुरक्षा करें, नेता आपकी सुरक्षा अवश्य करेंगा। उन्होंने कहा कि शेर जंगल की सुरक्षा करता है तो हमें शेर की सुरक्षा का जिम्मा भी उठाना चाहिये।
जिला व संभाग स्तर पर भी हो ऐसे कार्यक्रम
उन्होनें उपस्थित समाज के राजनीतिक कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ अपने अधिकतम लोगों को पुहंचाने का प्रयास करें। सरकारें अस्थाई होती हैं, लेकिन सरकारी योजनायें स्थाई होती है। उन सबकी कार्यकर्ता को जानकारी होनी चाहिये। उनका लाभ लोगों तक पहुंचाना राजनीति में मायने रखता है। उन्होंने समाज के महापुरूषों महात्मा फुले की जयंती, उनके निर्वाण दिवस आदि पर आयोजित समारेाहों व अन्य सभाओं से जुडऩे को भी समाज से जुडऩे के लिये आवश्यक बताया और कहा कि इससे उस उम्मीदवार की ख्याति व वोट बढने में आसानी रहती है। सैनी से सैनी समाज की राजनीतिक चेतना के लियेआयोजित कार्यक्रम की सराहना की तथा कहा कि ऐसे सम्मेलन जिला व संभाग स्तर पर भी आयेाजित किये जाने चाहिये। उन्होंने कहा कि यह पहला कार्यक्रम है। इसमें मिलने वाले सुझावों व प्रतिक्रियाओं को लिखें और उन्हें एडिट करें।
राजनीति में हिस्सा लें, अपने नेताओं का मार्गदर्शन लें
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव अशोक सैनी ने आह्वान किया कि राजनीति में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लें। उन्होंने संगठनों में आने और आगे बढने की आवश्यकता बताई। सैनी ने कहा कि अब हमें अपनी सोच बदलनी होगी, हमेंं वार्ड मेम्बर, सरपंच आदि पदों से सोच को आगे बढाना होगा। हम कहीं भी पिछड़े नहीं हैं, केवल राजनीति में पिछड़े हुये हैं। राजस्थान में हमारा समाज 15 प्रतिशत है, लेकिन हमारे नेता अशोक जी गहलोत, मदनलाल जी सैनी व प्रभुलाल जी सैनी ही है। हमें प्रदेश स्तर पर टिकट लेने की बात आती हे तो हमारे ही समाज के बंधु बाधक बन जाते हैं। हमें अपने वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में चलना चाहिये, चाहे वे गहलोत हो, मदनलाल जी हो या प्रभुलाल जी, कोई भी हो।
पार्टियां खुद पूछेंगी कि किसको टिकट दें
प्रदेश सैनी माली महासभा के प्रदेशाध्यक्ष ओंकारमल सैनी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यहां आया एक-एक व्यक्ति पांच-पांच हजार के बराबर है। गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में यह निर्देश जाना चाहिये। हमें अपने सामाजिक संगठन को मजबूत बनायें, फिर राजनीति में भी सफल बनेंगे। यहां के बाद एक बड़ा राजनीतिक सम्मेलन भी करेंगे और फिर पार्टियां खुद आयेंगी और कहेगी कि टिकट किसको देंवें। किसी के साथ अत्याचार मत होने दें। कहीं पर भी अन्याय देखें तो माली समाज एक हो जावें। उन्होंने संत लिखमीदास से आशीर्वाद लेकर काम करने की जरूरत बताई तथा कहा कि उनके आशीर्वाद से हर मनोकामना पूरी होती है।
समाज देख रहा है कि आपकी भावना क्या है
कार्यशाला में बीकानेर से आये श्री गुलाब गहलोत ने कहा कि वे राजस्थान में 74 जगह गये हैं। सभी जगह समाज बंधु एकजुट हैं। समाज में राजनीतिक चेतना व शिक्षा की चेतना- ये दो पैदा हो गई तो हमारा माली समाज राजस्थान में नम्बंर 1 बनेगा। समाज आपकी तरफ देख रहा है, आपकी थीम देख रहा है, देख रहा है कि आपके मन में क्या है? सोच और भावना क्या है? आप अपने मन में विश्वास रखकर समाज के लिये कुछ करने का मंच बनाया तो लोग आपकेपीछे खड़े नजर आयेंंगे। हमारा समाज शिक्षा की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। समाज में शिक्षा के मंदिर बनाने की सोच आवश्यक हैं।
इनका भी रहा सम्बोधन
कार्यशाला में श्री ताराचंद गहलोत पुष्कर, श्री सेवाराम दगदी परबतसर, श्री किशोर कुमर टाक जयपुर, श्री बंशीलाल माली भीलवाड़ा, श्री अशोक सैनी भादरा, श्री जगदीश कच्छावा खींवसर, श्री मोती सिंह सैनी अजमेर, श्री बीसी पंवार अजमेर, श्री सर्वेश्वर पालरिया अजमेर, श्री जयन्त परिहार चूरू, श्री शंकर लाल तंवर छापर, श्री राजेन्द्र कुमार टाक नागौर, श्री जगदीश यायावर सांखला लाडनूं, श्री मुरलीधर सैनी सरदारशहर, श्री भंवरलाल माली जैतारण, श्री भंवरलाल धौलस्या, श्री मक्खनलाल छारोडिय़ा दिल्ली, श्री डाके अंकुश तुकाराम महाराष्ट्र, श्रीमती ललिता महरवाल जयपुर, अनिस कुमार सैनी दिल्ली, अमित सैनी सांगानेर, शंकर सैनी जयपुर, श्री भगवानाराम सांचोर, श्री माणक भाटी जैतारण, चैनाराम माली जैतारण एवं बड़ी तादाद में अन्य स्थानों से आये समाज के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया।
ये रहे उपस्थित
श्रीमती सुमित्रा आर्य लाडनूं, श्री भंवरलाल सैनी चूरू, पवन सैनी सीकर, श्री कन्हैयालाल सैनी सवाई माधोपुर, श्री अशेाक सैनी अलवर, श्री नरेश सेनी अलवर, भंवरलाल माली भीलवाड़ा, श्री महेन्द्र शास्त्री झुंझुनूं, श्री पांचूलाल सैनी टोंक, श्री दिनेश कच्छावा बीकानेर्र श्री कैलाश गहलोत बीकानेर, श्री रामेश्वर सैनी भरतपुर, श्री छोटूलाल सांखला किशनगढ, श्री विप्लव टाक सोजत सिटी, श्री विश्वास तंवर अजमेर, मुकेश सैनी बारां, श्री अशेाक सैनी ख्रेतड़ी, श्री मुकेश अजमेरा, बसंत कुमार कच्छावा, श्री रघुनाथ सिंह सोलंकी बीकानेर, श्री मांगीलाल भाटी जैतारण, श्री चन्द्रमोहन तंवर चूरू, श्री नरेन्द्र जमालपुरिया चूरू, श्रीदेवेन्द्र प्रताप सिंह बीकानेर, श्री प्रेमशंकर सैनी बूंदी आदि मौजूद थे।